MADHYA PRADESH 16 साल बंधक महिला की मौत को 10 दिन बीते:भोपाल के 2 थानों में उलझी जांच, भाई ने कहा- अब तक कोई भी गिरफ्तार नहीं हुआ
बहन की मौत हुए 10 दिन से ज्यादा हो गए। हम महिला थाने और जहांगीराबाद थाने में बयान दर्ज करा चुके हैं। बावजूद इसके अब तक पुलिस ने किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया है। न ही केस में गैर इरादतन हत्या और दहेज मृत्यु जैसी धाराओं को बढ़ाया गया है।’
यह कहना है शिव कुमार साहू का। वे 16 साल ससुराल में बंधक रही महिला रानू साहू के भाई है। महिला को भोपाल के कोलीपुरा बरखेड़ी इलाके से पुलिस ने 5 अक्टूबर की शाम को रेस्क्यू किया था। इलाज के दौरान 17 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई।
महिला थाना पुलिस ने सास, पति और ससुर पर प्रताड़ित करने का केस दर्ज किया था। वहीं, जहांगीराबाद पुलिस ने महिला की मौत के बाद मर्ग कायम कर जांच शुरू की है। मृतका के चाचा रमेश साहू, बहन लाली साहू और भाई शिव कुमार साहू के बयान जहांगीराबाद थाने में दर्ज किए जा चुके हैं।
जांच अफसर का हो गया तबादला महिला की मौत की जांच 2 थानों में उलझी हुई है। जहांगीराबाद थाने के
टीआई आशुतोष उपाध्याय ने बताया केस डायरी को महिला थाने में ट्रांसफर कर दिया है। आगे की कार्रवाई वहीं होना है। इधर, महिला थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक डायरी उनके पास पहुंची ही नहीं। केस की तत्कालीन इनवेस्टिगेशन ऑफिसर शिल्पा कौरव का ट्रांसफर हो गया है। आगे की कार्रवाई नए टीआई की ज्वाइनिंग के बाद होगी।
2006 में हुई थी शादी, 2 साल बाद मिलना बंद कराया
दरअसल, महिला थाने में नरसिंहपुर के किशन लाल साहू ने आवेदन दिया था। किशन लाल के अनुसार उनकी बेटी रानू साहू का विवाह 2006 में भोपाल निवासी योगेंद्र साहू से हुआ था। साल 2008 के बाद से बेटी के ससुराल वालों ने उससे मिलने नहीं दिया। बेटी के बच्चों को भी उससे दूर भेज दिया गया।
ससुराल पक्ष के प्रताड़ित करने के बाद से बेटी की हालत खराब होने की जानकारी पड़ोसियों से मिली। किशन लाल ने पुलिस से बेटी रानू को रेस्क्यू कर इलाज कराने और ससुराल पक्ष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया।इसके बाद महिला थाना पुलिस ने लोकल थाने की मदद से रानू को रेस्क्यू किया।
दूसरे फ्लोर पर बंधक बनाकर रखा था पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के पुराने घर के ठीक सामने स्थित गली में मृतक रानू साहू का ससुराली मकान है। अंदर जाने का रास्ता इतना संकरा है कि एक आदमी भी बमुश्किल निकल पाता है। अंधेरे घर में दूसरे फ्लोर पर स्थित कमरे में महिला को बंधक बनाकर रखा था। इस कमरे में दिन में भी बगैर लाइट जलाए रोशन नहीं पहुंचती है।
भोपाल के बरखेड़ी इलाके से 9 दिन पहले रेस्क्यू की गई महिला रानू साहू की सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात 3 बजे इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला के पिता नरसिंहपुर निवासी किशन लाल साहू ने महिला थाना आकर आवेदन दिया था।
भोपाल के बरखेड़ी इलाके से 9 दिन पहले रेस्क्यू की गई महिला रानू साहू की सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात 3 बजे इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला के पिता नरसिंहपुर निवासी किशन लाल साहू ने महिला थाना आकर आवेदन दिया था। पिता की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने जहांगीराबाद पुलिस के साथ मिलकर महिला को उसके ससुराल से रेस्क्यू किया था। पुलिस ने महिला के पति पर मामला दर्ज किया था।
पीड़िता को रेस्क्यू के बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला के परिजन ने पति-ससुर और ससुराल के अन्य लोगों पर बेटी को बंधक बनाकर रखने और भोजन-पानी नहीं देने का आरोप लगाया था। वहीं पीड़िता के ससुर और पति ने उसके मानसिक रूप से बीमार होने की बात कही थी। महिला का पोस्टमार्टम आज होगा। परिवार के लोग भी भोपाल में ही मौजूद हैं।
40 साल की उम्र में 25 किलो रह गया था वजन जानकारी के अनुसार एनजीओ, पीड़िता के परिजन, महिला थाना और जहांगीराबाद थाने की टीम जब मौके पर पहुंची तो पीड़िता कमरे में रस्सी से बंधी मिली। वह चल भी नहीं पा रही थी। उसे गोद में उठाकर बाहर लाना पड़ा था। करीब 40 साल की पीड़िता हड्डी का ढांचा बन चुकी थी। उसका वजन सिर्फ 25 किलो रह गया था।
मामला सामने आने के बाद दैनिक भास्कर ने महिला के पति-ससुर और पिता-भाई से बात की थी…
2006 में हुई थी शादी, 2 साल बाद मिलना बंद कराया महिला थाने में नरसिंहपुर के किशन लाल साहू ने आवेदन दिया था। किशन लाल के अनुसार उनकी बेटी रानू साहू का विवाह 2006 में भोपाल निवासी योगेंद्र साहू से हुआ था। साल 2008 के बाद से बेटी के ससुराल वालों ने उससे मिलने नहीं दिया। बेटी के बच्चों को भी उससे दूर भेज दिया गया। ससुराल पक्ष के प्रताड़ित करने के बाद से बेटी की हालत खराब होने की जानकारी पड़ोसियों से मिली। किशन लाल ने पुलिस से बेटी रानू को रेस्क्यू कर इलाज कराने और ससुराल पक्ष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया। इसके बाद महिला थाना पुलिस ने लोकल थाने की मदद से रानू को रेस्क्यू किया।
पति-ससुर ने महिला को मानसिक रोगी बताया पति और ससुर का कहना है कि पीड़िता मानसिक रोगी थी, उसका इलाज चल रहा था। हालांकि परिवार इलाज के पर्चे नहीं दिखा सका। पति ने बंधक बनाकर रखने की बात से इनकार किया। उसने कहा- चार दिन पहले ही साले और रिश्ते की एक साली ने पत्नी से मुलाकात की थी। अगर बंधक बनाकर रखते तो उनसे मिलने क्यों देते।
भाई ने कहा था- वीडियो पर बहन को देखा, तब आए पीड़िता के छोटे भाई शिव कुमार साहू ने बताया था कि सूचना मिली थी कि बहन को ससुराल में बंधक बनाकर रखा गया था। इसी का पता लगाने दो दिन पहले बहन रानू से मिलने गई। उसने वीडियो बनाकर भेजा। तब बहन की हालत देखी और पुलिस को साथ लेकर गए। ससुराल से उसे मुक्त कराया। उसकी हालत बेहद खराब थी। वजन मात्र 25 किलो रह गया था। उसके साथ अत्याचार किया जा रहा था। इस कारण उसकी हालत ऐसी हुई। ससुराल वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
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