MAHARASHTRA फडणवीस बोले- भाजपा महाराष्ट्र में अकेले नहीं जीत सकती

MAHARASHTRA  फडणवीस बोले- भाजपा महाराष्ट्र में अकेले नहीं जीत सकती:लेकिन चुनाव बाद सबसे बड़ी पार्टी बनेगी; लोकसभा चुनाव के समय राज्य में वोट जिहाद हुआ

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि जमीनी हकीकत को लेकर व्यावहारिक होना पड़ेगा। भाजपा अकेले महाराष्ट्र चुनाव नहीं जीत सकती, लेकिन यह भी सच है कि हमारे पास सबसे ज्यादा सीटें और सबसे ज्यादा वोटिंग प्रतिशत है। चुनाव के बाद भाजपा राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनेगी।

एक मराठी टीवी चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही। फडणवीस ने विश्वास जताया कि भाजपा, शिवसेना, NCP और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की मदद से सरकार बनाएगी। महाराष्ट्र चुनाव पर लोकसभा चुनावों के असर के बारे में उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के दौरान पहली बार वोट जिहाद देखा गया, लेकिन विधानसभा चुनाव में यह कारगर नहीं होगा।

उन्होंने बताया कि धुले लोकसभा सीट पर हमारे उम्मीदवार पांच विधानसभा क्षेत्रों में आगे चल रहे थे, लेकिन मालेगांव-सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र की वजह से हम धुले लोकसभा सीट हार गए।

CM पर फैसला चुनाव के बाद होगा मुख्यमंत्री के रूप में देखे जाने पर डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि लोग मुझे मुख्यमंत्री के रूप में देख रहे हैं तो यह समस्या नहीं है, समाधान है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं CM बनने जा रहा हूं।

महायुति को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि एकनाथ शिंदे मौजूदा मुख्यमंत्री हैं। चुनाव के बाद मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसकी घोषणा की जाएगी। शिवसेना प्रमुख CM एकनाथ शिंदे, NCP प्रमुख अजीत पवार और भाजपा का संसदीय बोर्ड तय करेगा कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा।

महायुति भ्रमित नहीं हैं, समस्या महाविकास अघाड़ी (MVA) में है। चेहरे का सवाल उनके लिए है, महायुति के लिए नहीं। MVA मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं कर रहा है क्योंकि वे जानते हैं कि चुनाव के बाद उनका CM आ सकता है।

2019 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105, शिवसेना (अविभाजित) ने 56, NCP (अविभाजित) ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं। इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और नतीजे 23 नवंबर को सामने आएंगे।

महाराष्ट्र के राजनीतिक समीकरण पर एक नजर…

 

लोकसभा चुनाव में भाजपा 23 से 9 सीटों पर सिमटी लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से INDIA गठबंधन को 30 और NDA को 17 सीटें मिलीं।। इनमें भाजपा को 9, शिवसेना को 7 और NCP को सिर्फ 1 सीट मिली थी। भाजपा को 23 सीटों का नुकसान हुआ। 2019 के लोकसभा चुनाव से NDA को 41 जबकि 2014 में 42 सीटें मिली थीं।

लोकसभा चुनाव के हिसाब से भाजपा को नुकसान का अनुमान महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी अगर लोकसभा चुनाव जैसा ट्रेंड रहा तो भाजपा को नुकसान होगा। भाजपा 60 सीटों के आसपास सिमटकर रह जाएगी। वहीं, विपक्षी गठबंधन के सर्वे में MVA को 160 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। भाजपा के लिए मराठा आंदोलन सबसे बड़ी चुनौती है। इसके अलावा शिवसेना और NCP में तोड़फोड़ के बाद उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ लोगों की सिम्पैथी है।

विधानसभा चुनाव- 2019

  • 2019 में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन था। बीजेपी ने 105 सीटें और शिवसेना ने 56 सीटें जीती। गठबंधन से एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं थी। भाजपा-शिवसेना आसानी से सत्ता में आ जाती, पर मनमुटाव के कारण गठबंधन टूट।
  • 23 नवंबर 2019 को फड़नवीस ने मुख्यमंत्री और अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, बहुमत परीक्षण से पहले 26 नवंबर को ही दोनों ने इस्तीफा दे दिया।
  • 28 नवंबर को शिवसेना (अविभाजित), NCP (अविभाजित) और कांग्रेस की महाविकास अघाड़ी सत्ता में आई।
  • इसके बाद शिवसेना (अविभाजित) और NCP (अविभाजित) में फूट पड़ गई और ये दो पार्टियां चार धड़ों में बंट गई। फिर भी लोकसभा चुनाव में शरद पवार और उद्धव ठाकरे को फायदा हुआ। अब इसी पृष्ठभूमि पर विधानसभा चुनाव भी हो रहा है।

सरकारों का कामकाज… शिवसेना: जो काम सरकारें 5 साल में नहीं कर पाती, हमने ढाई साल में किया पिछले 5 साल में सरकारों ने क्या काम किया, ये जानने के लिए हम सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं से मिले। सबसे पहले हमारी मुलाकात शिवसेना शिंदे गुट की प्रवक्ता मनीषा कायंदे से हुई। मनीषा महाराष्ट्र विधान परिषद की सदस्य भी हैं।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनकी सरकार ने जितने काम किए हैं, वो किसी भी सरकार के पूरे कार्यकाल में किए गए कामों से ज्यादा है। इस पर मनीषा कहती हैं, ‘शिंदे सरकार में मुंबई मेट्रो जैसे रुके हुए प्रोजेक्ट को रफ्तार मिली है। ये पिछली सरकारों में अटक गए थे। मुंबई का इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधारने के लिए कई कदम उठाए गए।’

शिंदे सरकार की मुफ्त यात्रा योजना को महिलाओं से जबरदस्त समर्थन मिला। इस योजना के तहत 25 साल से ज्यादा उम्र की महिलाएं राज्य परिवहन की बसों में मुफ्त सफर कर सकती हैं।

इस पर मनीषा कहती हैं, ‘पहले ही दिन 11 लाख से ज्यादा महिलाओं ने इसका फायदा उठाया। इससे न सिर्फ उन्हें सुविधा मिली, बल्कि स्टेट ट्रांसपोर्ट को भी घाटे से उबरने में मदद मिली है।‘

महाराष्ट्र में पहली बार 6 बड़ी पार्टियों के बीच मुकाबला हो रहा है। 2019 यानी महाराष्ट्र के पिछले विधानसभा चुनाव में BJP और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। सरकार बनने से पहले ही उद्धव ने पाला बदल लिया। इसके बाद पिछले 5 साल में इतनी उठापटक मची कि सारे समीकरण ही बदल गए। बीते 5 साल में क्या-क्या बदला,

https://www.youtube.com/@vacc24news13/videos

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *