‘राजनीति में बदला नहीं लिया जाता। ये खेल भावना की तरह है। एक को जीतना है, तो दूसरे को हारना ही होगा। हम चीजों को बदला लेने की नजर से नहीं देखते हैं।’
ये अमेठी के नए सांसद किशोरी लाल शर्मा हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को 1,67,196 वोटों से हराया है। पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक इसे राहुल गांधी की हार के बदले की तरह देख रहे हैं। हालांकि, किशोरी लाल ऐसा नहीं मानते हैं।
इस चुनाव में अमेठी और रायबरेली हॉट सीट बनी हुई थीं। यहां के नतीजों पर सबकी नजर थी। 2019 में राहुल गांधी अमेठी से स्मृति ईरानी के खिलाफ लोकसभा चुनाव हारे थे। लिहाजा इस बार कांग्रेस ने यहां से गांधी परिवार के सबसे करीबी लोगों में शामिल किशोरी लाल पर भरोसा जताया। वहीं, रायबरेली सीट से राहुल गांधी ने चुनाव लड़ा और जीते।
राम चुनावी मुद्दा नहीं होना चाहिए था, लेकिन उन्होंने इसे चुनावी मुद्दा बनाया। राम आराध्य हैं, राम सबके हैं, वो भगवान हैं और उन्हें भगवान की तरह ही रखना चाहिए था। इन्होंने राम को चुनाव में इस्तेमाल किया।
और नारा क्या था- ‘जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे।’ मैं पूछता हूं कि राम कोई लाने वाली चीज हैं क्या? राम हिंदुस्तान और इस दुनिया के कण-कण में मौजूद हैं। हमारे मन और दिमाग में राम हैं। राम न कल लाए गए और ना आगे लाए जाएंगे क्योंकि राम-राम हैं।